AI Technology in Smartphone : स्मार्टफोन कंपनियों के एआई, ग्राहक के लिए कितने उपयोगी

एपल, सैमसंग और गूगल जैसी बड़ी कंपनियां अपने स्मार्टफोन और सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लागू कर रहीं हैं। इसमें करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं। लेकिन सवाल है कि क्या आम ग्राहकों को सचमुच एआई की जरूरत है या ये सिर्फ एक फैशन है? एपल ने हाल ही में एपल इंटेलिजेंस. लॉन्च किया है। सैमसंग ने पिछले साल गैलेक्सी एआई लॉन्च किया था। गूगल पहले ही अपने एआई जेमिनी को मजबूत बना रहा है। जानते हैं कि बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों के एआई, ग्राहक के लिए कितने उपयोगी हैं।
सैमसंग: लाइव अनुवाद में दक्ष,
भाषाओं की समस्या दूर कर रहा सैमसंग लंबे समय से एआई लाइव ट्रांसलेट फीचर पर काम कर रहा है। रियल टाइम फोन कॉल्स में हिंदी या तमिल अनुवाद कर सकते हैं, वो भी बिना इंटरनेट के। यह उनके लिए उपयोगी है जो अलग-अलग भाषाओं वाले लोगों से बात करते हैं।
चीनी कंपनियां: एआई कैमरा,
एडिटिंग जैसे फीचर्स पर काम वीवो, ओप्पो और शाओमी जैसी कंपनियां एआई कैमरे और एडिटिंग जैसे फीचर्स पर काम कर रही हैं। फिलहाल भारत के लिए कुछ खास फीचर्स नहीं दिए हैं, पर जब इनका एआई स्मार्टफोन मार्केट में आएगा तो कीमत भी कम होगी।
गूगलः एआई के जरिए स्पैम का पता लगाता है
गूगल जेमिनी गूगल का एआई फोन कॉल्स पर आने वाले स्पैम को पहचानता है। गूगल का एडवांस्ड एआई टूल है जेमिनी 1.5 प्रो । यह 9 भाषाओं में उपलब्ध है। हिंदी, बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तमिल, तेलुगु, और उर्दू ।
एपल: ओपनएआई के साथ साझेदारी
प्राइवेसी पर फोकस एपल का इंटेलिजेंस पावरफुल है। एपल प्राइवेसी पर ज्यादा ध्यान देता है। अन्य फीचर्स के लिए आप एपल के पार्टनर ओपनएआई का चैटजीपीटी इस्तेमाल कर सकते हैं। एपल भारत में एआई को लोकल कनेक्ट के साथ लाएगा।
भारत में सिर्फ हिंदी में एआई लाना काफी नहीं है। अब भी क्षेत्रीय भाषाओं में एआई दक्ष नहीं है। अक्सर गलतियां करता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में संस्कृति भी अलग हैं। एआई मॉडल्स को क्षेत्रों की जरूरत के अनुसार खुद को एडजस्ट करना होगा। एआई के जटिल कार्यों के लिए इंटरनेट चाहिए। प्रीमियम फीचर्स उपयोग करने के लिए बिना इंटरनेट के चीजें सीमित हो जाती हैं।
एपल ने 2025 का अपना पहला प्रोडक्ट ‘आईफोन 16ई’ लॉन्च कर दिया है। यह एपल का सबसे सस्ता आईफोन है। कीमत 59,999 रुपए है। यह एंट्री-लेवल डिवाइस एपल की नई आईफोन-16 सीरीज का हिस्सा है। यह आईफोन एसई सीरीज का रिप्लेसमेंट फोन होगा। अब एपल अपनी एसई सीरीज को बंद कर रहा है। ऐसे में जानते हैं आईफोन 16ई में किए गए 4 बड़े बदलावों के बारे में
इन 4 बदलावों से समझें कैसे अलग है
आईफोन 16ई ( नया डिजाइन और 6.1 इंच डिस्प्ले आईफोन 16ई का सबसे बड़ा बदलाव नया डिजाइन है, जो आधुनिक आईफोन 15 और 16 से मिलता है। लेकिन आईफोन एसई ने जो डिजाइन अपनाया था, वह 2017 में आईफोन 8 जैसा था। उसका डिस्प्ले 4.7 इंच का था। अब आईफोन 16ई में 6.1 इंच का डिस्प्ले है। इसमें एज-टु-एज डिस्प्ले है, जो पहले आईफोन एसई में नहीं था।
फेस आईडी फीचरः बायोमेट्रिक से 20 गुनी अधिक सुरक्षित
16ई में अब फेस आईडी का इस्तेमाल किया गया है। फेस आईडी कहीं ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि इसका फॉल्स-पॉजिटिव रेट सिर्फ 10 लाख में से एक है। टच आईडी का यह रेट 50,000 में से एक था। यानी सुरक्षा में 20 गुना सुधार हुआ है।
लाइटनिंग पोर्ट की जगह टाइप-सी पोर्ट का इस्तेमाल
16ई में अब एसई के पुराने लाइटनिंग पोर्ट को हटा दिया है और उसकी जगह टाइप-सी पोर्ट दे दिया है। अब आप किसी भी टाइप-सी केबल से आईफोन को चार्ज कर सकते हैं। यह आईफोन 16ई को ज्यादा यूनिवर्सल बनाता है।
DamQ एआई फ्रेंडली
एपल इंटेलिजेंस का बिल्ट-इन सपोर्ट आईफोन 16ई में एपल की नई AI प्लेटफॉर्म, एपल इंटेलिजेंस का सपोर्ट दिया गया है, जो आईओएस 18.1 के साथ आया है। यह आईफोन को एआई-फ्रेंडली बनाता है, जो कि आने वाले समय में एपल के लिए एक बड़ा ड्राइवर हो सकता है।
आईफोन 16ई किसके लिए है?
अगर आप एक ऐसा लो-कॉस्ट आईफोन चाहते हैं जो एआई फ्रेंडली हो, तो 16ई आईफोन-15 से बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आपको कैमरे के मामले में बेहतर विकल्प चाहिए, तो आईफोन-15 बेहतर रहेगा।
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