Bank Of Baroda Saving Scheme : बैंक ऑफ बड़ौदा की ये स्कीम जोखिमरहित और परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
अस्थिर बाजारों के दौरान कैसी हो आपकी निवेश रणनीति?
बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान अपने पैसे का निवेश करना निराशाजनक हो सकता है और अगर आप बाजार में नए हैं, तो यह आपको विशेष रूप से असहज महसूस करा सकता है। इस समय के दौरान, सावधि जमा यानी कि फिक्स्ड डिपॉजिट और आवर्ती जमा यानी रिकरिंग डिपॉजिट आपके पैसे का 1 निवेश करने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प साबित हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे कम जोखिम वाले वित्तीय साधन हैं जो बाजार की अस्थिरता से प्रभावित नहीं होते।
क्या एफडी में निवेश करने का यह सही समय है?
बैंकों के डिपॉजिट की ब्याज दरें आरबीआई के रेपो रेट पर निर्भर करती हैं। बीते कुछ समय से बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर आकर्षक रिटर्न दे रहे हैं। आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाए जाने के बावजूद फिलहाल बैंकों ने अपने फिक्स और टर्म डिपॉजिट की दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे में जो निवेशक अपने निवेश पर स्थिर, सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं उनके लिए इन ऊंची दरों का फायदा उठाने का सबसे अच्छा समय है। इस समय एफडी में रकम लॉक कर देने से वह रेपो रेट में गिरावट से अपरिवर्तित रहेगी। भविष्य में बैंक ब्याज दरों में कमी भी करते हैं तो भी आपको मौजूदा दरों पर ही रिटर्न मिलेगा।
रिकरिंड डिपॉजिट: अस्थिर मार्केट में निवेश का एक सुरक्षित विकल्प
आवर्ती जमा या रिकरिंग डिपॉजिट विशेष रूप से उन लोगों के लिए सही होते हैं जिनके पास एकमुश्त बड़ी रकम निवेश के लिए नहीं है। ऐसे लोग यदि बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित स्थिर रिटर्न चाहते हैं तो वे बैंक में रिकरिंड डिपॉजिट खोल सकते हैं। बैंक में रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) में निवेश करने के कई फायदे हैं, जैसे कि नियमित बचत, बचत पर ब्याज और निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प।
- फिक्स्ड डिपॉजिट्सः सुरक्षित निवेश का भरोसेमंद विकल्प
बजट 2025 में एफडी पर टीडीएस की ‘सीमा बढ़ा दी गई है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा दोगुनी यानी डबल कर दी गई है। इसका मतलब है कि अब कम लोगों को एफडी पर टीडीएस की चिंता होगी, जिससे एफडी आम लोगों और रिटायर लोगों दोनों के लिए एक अच्छा विकल्प बन गया है।
- फिक्स्ड डिपॉजिट्स में निवेश क्यों करें?
- सुरक्षा और स्थिरता: शेयर बाजार की अस्थिरता से बचते हुए, अपने निवेश को पूरी सुरक्षा के साथ बढ़ाने का अवसर ।
- निश्चित और पूर्वानुमानित रिटर्न: निवेशकों को पहले से पता होता है कि उन्हें कितने निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न मिलेगा।
- लचीलापन और तरलताः जरूरत पड़ने पर निवेश पर लोन लेना या समय से पहले आंशिक निकासी करने की सुविधा ।
- टैक्स बेनिफिट: कुछ प्रकार की एफडी पर धारा 80C के अंतर्गत टैक्स बेनिफिट भी उपलब्ध होते हैं।
- ब्याज दरों में बढ़ोतरी का लाभः वर्तमान में एफडी दरें आकर्षक स्तर पर हैं, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
एफडी में निवेश करते समय इन बातों का रखें ध्यान अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें
एफडी करने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना कर लें। आपका निवेश लक्ष्य क्या है और उस अवधि के लिए जो बैंक सबसे ज्यादा ब्याज दे रहा है वहां निवेश करने से आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
- भरोसेमंद और मान्यताप्राप्त बैंक में निवेश करें
यह सुनिश्चित कर लें कि जिस बैंक में आप निवेश कर रहे हैं, वह भरोसेमंद है और डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन द्वारा इंश्योरेंस कवरेज हासिल है।
- ज्यादा रिटर्न के लिए लंबी अवधि की एफडी
बैंकों में कुछ दिनों से लेकर कई वर्षों तक की एफडी कर सकते हैं। हालांकि आमतौर पर ज्यादा अवधि के लिए की जाने वार्ली एफडी पर ज्यादा ब्याज मिलता है। इसलिए अगर आपको लंबे अरसे में धन की आवश्यकता नहीं है तो ज्यादा अवधि वाली एफडी करने पर विचार करें।
सम्मान कैपिटल लिमिटेड (एससीएल) के कार्यकारी निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी श्री सचिन चौधरी ने बताया की सम्मान कैपिटल लिमिटेड पारंपरिक सावधि जमा की तुलना में उच्च रिटर्न के साथ गैर परिवर्तनीय डिबेंचर प्रस्तुत करता है, जो उन्हें स्थिर और आवधिक आय चाहने वाले जोखिम-विरोधी निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है। एनसीडी को क्रिसिल और आईसीआरए द्वारा एए स्टेबल रेटिंग दी गई है, जिसमें मूल राशि और उस पर ब्याज पर 1.25 गुना सुरक्षा कवर है। श्री सचिन चौधरी
1. ऑनलाइन सावधि जमा सुविधा
2. BOB एसडीपी (सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान)
3. BOB लिक्विड सावधि जमा
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.