Devi Ahilya University in Indore : असाइनमेंट में किया अगर AI का उपयोग तो बनेगा नकल प्रकरण – डीएवीवी

Devi Ahilya University in Indore : असाइनमेंट में किया अगर AI का उपयोग तो बनेगा नकल प्रकरण – डीएवीवी
सीनियर्स या साथियों के असाइनमेंट लेकर उनकी कॉपी करने के तो कई केस सामने आए हैं, लेकिन देवी अहिल्या विवि (डीएवीवी) के छात्र इससे भी एक कदम आगे निकल गए। छात्रों ने असाइनमेंट और प्रोजेक्ट एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करके बना लिए। पहले तो प्रोफेसर ऐसे प्रोजेक्ट देख चकित रह गए, पर जब बाद में वायवा (मौखिक) हुआ तो छात्र उन सवालों के जवाब नहीं बता सके, जो उन्होंने असाइनमेंट में लिखे थे। यूनिवर्सिटी के टीचिंग डिपार्टमेंट व कॉलेजों के इन कोर्सेस में छात्रों इस कारनामे का खुलासा तो तब ही हो गया, जब ये असाइनमेंट जंचना शुरू हुए। छात्रों के इन प्रोजेक्ट्स में ऐसी जानकारियां हैं, जो सिलेबस में भी नहीं है। एआई की मदद से बने असाइनमेंट्स में काफी शुद्ध भाषा इस्तेमाल की गई है, जबकि कॉलेजों के असाइनमेंट इन्फॉर्मेशन पर फोकस रहते हैं।

केस 1: आखिरी लाइन में पकड़ाई चालाकी

 

यूजी फाइनल के एक छात्र ने रिटेल मैनेजमेंट और सप्लाय चैन लॉजिस्टिक का बहुत अच्छा प्रोजेक्ट तैयार किया। एक्सटर्नल ने जब प्रोजेक्ट से जुड़े उदाहरणों की जानकारी चाही तो छात्र संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। अंतिम लाइन पर लिखा था कि ये वॉलमार्ट का उदाहरण है। सख्ती से पूछे जाने पर छात्र ने बताया कि ये प्रोजेक्ट चैट जीपीटी से बनाया है।’

केस 2: यूएस बेस्ड अंग्रेजी

से एक्सटर्नल को हुआ शक अंग्रेजी विषय के एक प्रोजेक्ट को देखकर एक्सटर्नल को शक हुआ। कुछ शब्दों पर गौर किया तो पाय कि पूरे प्रोजेक्ट में यूएस बेस्ड अंग्रेजी लिखी थी, जबकि यहां यूके बेस्ड अंग्रेजी अधिक पढ़ाई जाती है। प्रोजेक्ट में साहित्यिक भाषा भी जमकर इस्तेमाल हुई। छात्र ने स्वीकारा कि उसने एआई की मदद लेकर ये प्रोजेक्ट तैयार किया है।
विशिष्ट कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनस इकबाल ने बताया कि अंक कटेंगे ऐसे छात्रों के ” हम छात्रों को एआई का इस्तेमाल करने को प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन असाइनमेंट मौलिक ही होना चाहिए। जिन छात्रों ने ऐसे असाइनमेंट दिए हैं, उनके अंक कटेंगे।
डीएवीवी परीक्षा नियंत्रक प्रो. अशेष तिवारी ने कहा कि सख्त नियम बनाएंग एआई के इस्तेमाल से बने प्रोजेक्ट एक तरह से नकल प्रकरण की तरह ही हैं। इसे रोकने के लिए नियम बनाएंगे। अगली परीक्षाओं से ही सख्ती की जाएगी। एग्जामिनर्स को निर्देश दिए हैं कि प्रोजेक्ट से संबंधित सवाल ही पूछे जाएं।

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