Earthquake in Myanmar and Thailand : थाईलैंड में 10 मौत 101 गुमशुदा, म्यांमार में 144 की मौतबौर 730 घायल
म्यांमार और थाइलैंड शुक्रवार को 200 साल के सबसे घातक भूकंप से थर्रा गए। म्यांमार के मांडाले शहर के पास भारतीय समयानुसार दोपहर 2:49 बजे 7.7 की तीव्रता जबकि दोपहर 3:00 बजे थाइलैंड के दक्षिण में 6.4 की तीव्रता वाला आफ्टर शॉक (बड़े भूकंप के बाद के झटके) आया। म्यांमार की सैन्य सरकार ने देर रात तक 144 की मौत और 730 लोगों के घायल. होने की पुष्टि की है। म्यांमार में 20 लोग मस्जिद ढहने से दबकर मारे गए। वहीं, थाइलैंड ने 10 के मारे जाने और 101 लोगों के लापता होने की जानकारी दी है। दोनों देशों में बड़ी संख्या में इमारतें जमींदोज हो गईं। मलबे में सैकड़ों लोग दबे हैं, जिससे मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने अपने डिजास्टर मॉडल के आधार पर कम से कम एक हजार लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है। म्यांमार के 11 में से 7 प्रांतों और थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में इमरजेंसी लगाई गई है। दफ्तर, स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

Earthquake in Myanmar and Thailand
थाइलैंड में सभी एक लाख भारतीय पर्यटक सुरक्षित
भारत सहित पांच देशों में झटके महसूस किए गए
पहली बार… म्यांमार की सैन्य सरकार ने मदद मांगी

Earthquake in Myanmar and Thailand
भुज में 24 साल पूर्व आया भूकंप भी 7.7 का था, 20 हजार मौतें, डेढ़ लाख जख्मी हुए थे
- म्यांमार के भूकंप का केंद्र काफी उथला : 7.7 की तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र जमीन की सतह से मात्र 10 किमी नीचे था। जबकि भुज के भूकंप का केंद्र सतह से 18 किमी नीचे था। म्यांमार-थाइलैंड के भूकंप का केंद्र काफी उथला था। जमीन की सतह से धरती का केंद्र लगभग 200 किमी नीचे होता है।
- भूकंप क्यों: भूकंप के केंद्र वाला म्यांमार का मांडाले का ये क्षेत्र संवेदनशील इलाके के रूप में चिन्हित है। भारतीय और यूरेशियन प्लेट के टकराने के कारण शुक्रवार को यहां भीषण भूकंप आया।
- भविष्यवाणी: अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार अभी वैज्ञानिक उपकरणों से भूकंप की पूर्व सूचना नहीं दी जा सकती है। ग्राउंड सेंसर से हलचल के बाद ही चेतावनी दी जा सकती है।
Discover more from The Street Morning
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Leave a Reply