Mahakumbh 2025 Prayagraj Mela : Mahakumbh में संपूर्ण विश्व से पधार रहे श्रद्धालु। आइए जानते है UAE की मुस्लिम महिला को कैसा लगा Mahakumbh ।
Uttarpradesh के Prayagraj में Mahakumbh चल रहा है. सनातन के इस महापर्व में शामिल होने के लिए संगम नगरी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इनमें विदेशी मेहमान भी शामिल हैं. गुरुवार को Mahakumbh में 10 देशों का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा. उन्होंने Mahakumbh का दौरा किया. वह इस पवित्र आयोजन की चकाचौंध देख हैरान रह गए. इस दौरान सभी ने कई अखाड़ों में जाकर साधु-संतों से मुलाकात की. विदेशी मेहमानों की टीम में शामिल UAE की मुस्लिम महिला Mahakumbh का आयोजन देख भावुक हो गईं. उन्होंने इसको लेकर जमकर तारीफ की. Mahakumbh में दिन पर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। देश ही नहीं विदेशी से भी Mahakumbh में स्नान करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गुरुवार को 10 देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने Mahakumbh का भ्रमण किया और यहां की व्यवस्था का जायजा लिया। इसके अलावा इन विदेशी दलों ने अखाड़ों का भी दौरा किया, फिर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। प्रतिनिधियों ने न केवल महाकुंभ के धार्मिक महत्व को समझा, बल्कि भारतीय संस्कृति के असाधारण तत्वों का भी अनुभव किया। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम के लिए किए गए भव्य इंतजामों के लिए अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों ने यूपी सरकार की जमकर तारीफ भी की।
Mahakumbh में आए 21 सदस्यीय विदेशी दल की इकलौती मुस्लिम महिला सदस्य United Arab Emirate की सैली एल अज़ाब ने ये विचार संगम क्षेत्र की आभा देखने के बाद व्यक्त किए। सैली कहती हैं, मैं मध्य पूर्व से भारत आई हूं…यह एक अद्भुत आयोजन है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है…यहां, सब कुछ दूसरे स्तर पर अच्छी तरह से व्यवस्थित है। पुलिस सुरक्षा के लिए सरकार ने बहुत अच्छी व्यवस्था की है…। Prayagraj में 144 साल बाद Mahakumbh के आयोजन पर सैली ने कुम्भ का इतिहास बता दिया। उन्होंने 12 साल बाद कुम्भ छह साल बाद अर्द्धकुम्भ और भारत में इसके चार जगह आयोजन की बात कही। सैली कहती हैं, इस तरह का आयोजन तो कभी देखा नहीं। कहीं इतना बड़ा आयोजन होता तो कुछ नहीं कह सकते, लेकिन यहां की व्यवस्था ने आश्चर्य में डाल दिया है। यहां आने के बाद भी घर में होने का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक महीने में 40 करोड़ लोग आएंगे। यहां के शानदार आयोजन और अकल्पनीय व्यवस्था के बारे में अपने देश के लोगों को बताएंगी। यहां की एकता से पूरी दुनिया को सीख लेनी चाहिए।
भारतीय धार्मिक पंपराओं के प्रति की प्रशंसा
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने Mahakumbh mela 2025 के दौरान ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में जाना। संतों ने Mahakumbh की प्राचीन परंपराओं, अखाड़ों की भूमिका और भारतीय संस्कृति की महिमा के बारे में जानकारी साझा की। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि संतों की शिक्षाओं से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने भारतीय धार्मिक परंपराओं के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की। प्रतिनिधियों के इस समागम ने दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश दिया, जिसमें दिखाया गया कि विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोग सद्भाव में एक साथ आ सकते हैं। बयान में कहा गया है कि इसमें Fiji, Finland, Guana, Malaysia, Mauritius, Singapore, South Africa, Shilanka, Trinidad, Tobago और United Arab Emirate (UAE) के प्रतिनिधि शामिल थे। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी यात्रा के दौरान भारतीय संस्कृति की विविधता और धर्म में एकता का अनुभव किया। वे प्रदर्शित संस्कृति और परंपराओं से बहुत प्रभावित हुए हैं। उनके लिए यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव थी, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बनने का एक अनमोल अवसर भी थी।
UAE की मुस्लिम महिला ने की जमकर तारीफ
सैली एल अजाब ने Mahakumbh 2025 के धार्मिक महत्त्व और भारतीय संस्कृति के बारे में समझा. उन्होंने Mahakumbh आयोजन को लेकर योगी सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि Mahakumbh को भव्यता के साथ सफल आयोजन किया जा रहा है. यहां इंतजाम शानदार हैं. करोड़ों लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस मौजूद है. सरकार ने सब कुछ बहुत अच्छी तरह से व्यवस्थित किया है. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा आयोजन हो रहा है. इसमें डेढ़ महीने में 40 करोड़ लोग आएंगे. ये अद्भुत और अकल्पनीय है. उन्होंने कहा कि वह इसको लेकर अपने देश में बताएंगी. इतना बड़ा आयोजन कराकर भारत में एकता का संदेश दे रहा है.
आखाड़ों में जाकर साधु-संतों से की मुलाकात
UAE की सैली एल अजाब के साथ टीम में Fiji, Finland, Guana, Malaysia, Mauritius, Singapore, South Africa, Shilanka, Trinidad, Tobago और United Arab Emirate (UAE) के 21 प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस बीच विदेशी दल के मेहमानों ने Mahakumbh में संगम तट और कई अखाड़ो का भ्रमण किया. उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात कर महाकुंभ और भारतीय संस्कृति के बारे में जाना.
Mahakumbh का दौरा करने पहुंची विदेशी प्रतिनिधियों की टीम में सैली एल अजाब अकेली मुस्लिम हैं. वह United Arab Emirate (UAE) से आईं हैं. महाकुंभ को देख वह आश्चर्यचकित रह गईं. उन्होंने इस आयोजन को दुनिया में एकता का संदेश बताया. उन्होंने मीडिया को बताया कि वह मध्य पूर्व से भारत आईं हैं. Mahakumbh को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक अद्भुत आयोजन है. यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है. यहां, सब कुछ दूसरे स्तर पर अच्छी तरह से व्यवस्थित है.
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