Mahakumbh Mauni Amavasya News :- Mahakumbh में बड़ा हादसा
संगम तट के पास भगदड़ मचने से 20 लोगों की मौत, कई दबे
Prayagraj Mahakumbh में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में अभी तक 20 लोगों की मौत की सूचना है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
Prayagraj Mahakumbh में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में अभी तक 20लोगों की मौत की सूचना है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
Mahakumbh के Hospital में घायलों को लेकर आने वाली Ambulance का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ( Vijay Kiran Anand )ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई इसमें 20 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को Mahakumbh Nagar के केंद्रीय अस्पताल ( Central Hospital)में भर्ती कराया गया है।
Mahakumbh में मौनी अमावस्या ( Mauni Amavasya )के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई।
संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता।
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ( Vijay Kiran Anand ) ने अखाड़ों से अमृत स्नान न करने की अपील की है। भगदड़ को देखते हुए अखाड़ों ने उस पर सहमति दे दी है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हम प्रशासन का सहयोग करेंगे।
आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई। इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया।
मेला कंट्रोल रूम ( Mela Control Room )और पुलिस कंट्रोल रूम ( Police Control Room ) को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया। इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है।
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