Mahakumbh Mela 2025 News : पुलिस प्रशासन कर रहा लोगों को सतर्क, मेल क्षेत्र मे ठगों से रहे सावधान।
Prayagraj MahaKumbh Mela 2025 : उत्तर प्रदेश के Prayagraj में पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ पृथ्वी पर हर 12 साल में आयोजित होने वाला सबसे बड़ा धार्मिक समागम Mahakumbh mela 2025 सोमवार (13 जनवरी) से शुरू हो गया। मेल प्रशासन के मुताबिक, सोमवार को शाम छह बजे तक 1.65 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान, श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। यूपी के CM Yogi Adityanath ने सभी श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए Mahakumbh के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने Mahakumbh को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया।

Mahakumbh mela 2025 में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए Uttar Pradesh Goverment ने तीर्थयात्रियों को Cyber धोखाधड़ी और ठगी से बचाने के लिए व्यापक उपाय किए हैं। हालांकि इसके बावजूद ठग Mahakumbh में सीधे-सादे लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। मेले में UPI और QR कोड के जरिए भुगतान करते वक्त अधिक से अधिक सावधानी बरतें। कई बार भक्तों को फर्जी qr code के जरिए पैसे लेकर उन्हें ठग लिया जाता है।
UPI और QR कोड से भुगतान इस वक्त आम बात है। ठग नकली QR कोड, दान लिंक शेयर करके भक्तों का शोषण कर सकते हैं। इसलिए पूरी तरह से डिजिटल भुगतान पर निर्भर रहने के बजाय नकद भुगतान पर भरोसा किया जाए। इसके अलावा ऑनलाइन ठग Mahakumbh में पहली बार आने वाले लोगों को ऐसी वेबसाइट या विज्ञापनों के जरिए लुभा सकते हैं। इनमें सस्ती उड़ानें और ऐसे होटल दिखाए जाते हैं, जो होते ही नहीं।
शिकार बनने का सबसे आम तरीका है पहले से भुगतान करना। इसलिए अपने पसंदीदा होटल या कमरे पर पहुंचने से पहले भुगतान करने से बचें। रजिस्टर्ड पोर्टल और बुकिंग वेबसाइट जैसी प्रमुख सार्वजनिक प्रणालियां साइबर अपराधियों द्वारा टारगेट की जा सकती हैं। फिशिंग ईमेल और नकली UPI भुगतान अनुरोध व्यक्तियों को व्यक्तिगत डेटा शेयर करने के लिए मजबूर करने की सामान्य रणनीतियां हैं।
स्कैमर्स आमतौर पर आपके व्यक्तिगत डेटा को चुराने या डिवाइस को हैक करने के लिए असुरक्षित सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करने के लिए जाने जाते हैं। डिफॉल्ट आईपी से जुड़े निगरानी सिस्टम का भी दुरुपयोग किया जा सकता है। इसलिए, महाकुंभ में हॉटस्पॉट या सार्वजनिक वाई-फाई की तुलना में अपने मोबाइल डेटा पर भरोसा करना सबसे अच्छा है।
अंधेरी वेस्ट में रहने वाले 75 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति से हाल ही में महाकुंभ के लिए टिकट और होटल बुकिंग करने का प्रयास करते समय 1 लाख रुपये ठग लिए गए। सेवन बंगला क्षेत्र के रहने वाले पीड़ित ने अधिकारियों को घटना की सूचना देते हुए बताया कि उसे ऑनलाइन नंबर के माध्यम से धोखेबाज एजेंट मिले थे।
इसलिए Mahakumbh mela 2025 में फर्जी वेबसाइट या विज्ञापन से भी बचकर रहें। बुकिंग करते वक्त सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट या IRCTC जैसे भरोसेमंद ट्रैवल प्लेटफॉर्म को ही चुनें। एक अधिकारी ने बताया कि मेले में किसी भी तरह के फर्जीवाड़े से बचे रहने के लिए महाकुंभ पुलिस ऐप को जरूर डाउनलोड कर लें।
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