Mahakumbh Stampede :- संगम तट के पास भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत, कई घायल अस्पताल मे भर्ती। अखाड़ों ने स्नान रद्द किया।
प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार रात डेढ़ बने भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 20 श्रद्धालुओं की जान चली गई है। हालांकि अब तक प्रशासन ने मौत या घायलों को लेकर अपनी तरफ से जानकारी नहीं दी है। इस हादसे के बाद शाही स्नान को रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर रात घटना की जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की।

प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। सुबह लगभग 1 बजे हुई भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए। प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। बुधवार (29 जनवरी, 2025) को सुबह लगभग 1 बजे हुई भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए। कुछ मौतों की भी आशंका है। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की मॉनिटरिंग खुद सीएम योगी कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भगदड़ ठीक संगम नोज पर हुई। यहाँ किसी अफवाह के चलते लोग इधर-उधर भागे, इसके चलते भगदड़ मची और कुछ महिलाएँ जमीन पर गिरीं। इनको कुचलते हुए लोग आगे बढ़ गए। इसी में कई लोग घायल हुए। भगदड़ के बाद तुरंत NSG समेत बाकी सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला और लोगों को मौके पर से हटाया।
मौके पर 50 से अधिक एम्बुलेंस भेज कर घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एक एम्बुलेंस में कथित तौर पर आग लगने की बात भी सामने आई है। दैनिक भास्कर के अनुसार, 14 लोगों की मौत हुई है। दैनिक जागरण ने मौतों का आँकड़ा 17 बताया है। इस विषय में अभी स्पष्ट आधिकारिक आँकड़ा सामने नहीं आया है।

प्रशासन ने कोई भी अपुष्ट जानकारी ना साझा करने की अपील की है। हादसे के बाद संगम में श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगाई गई है। प्रयागराज में भी लोगों की एंट्री रोक दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वह जिस घाट पर हैं, वहीं गंगा स्नान कर लें और संगम की तरफ ना बढ़ें। घटना के बाद मौनी अमावस्या के स्नान को सभी अखाड़ों ने स्थगित कर दिया है।
अखाड़ों ने कहा है कि वह स्थिति सामान्य होने के बाद स्नान के विषय में विचार करेंगे। प्रशासन भीड़ कम करके अखाड़ों के स्नान को सम्पन्न करवाने की कोशिश में है। महाकुंभ में हुए इस हादसे को लेकर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है।

केंद्र सरकार ने यूपी सरकार को पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है। प्रयागराज शहर में सुरक्षा में लगाए गए जवान मेला क्षेत्र में डायवर्ट किए गए हैं। प्रशासन को अनुमान है कि पूरे दिन में लगभग 8 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे। हालाँकि, वर्तमान में स्थिति सामान्य है और प्रशासन लोगों को स्नान के बाद निकाल रहा है।

NSG ने संभाला मोर्चा
बताया जा रहा है कि अफवाह के कारण संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गई और लोग उन्हें पैरों से रौंदते हुए आगे बढ़ गए। हादसे के बाद 70 से अधिक एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है और आम लोगों की एंट्री बंद कर दी है। प्रयागराज के बॉर्डर से सटे सभी जिलों में अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं ताकि लोगों को आने से रोके।

Mahakumbh में भगदड़ के बाद अखाड़ों के शाही स्नान को रद्द दिया है। Mauni Amavasya पर सभी अखाड़ों के साधु-संत शाही स्नान करते हैं। इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही भोर में चार बजे से शाही स्नान के लिए अखाड़ों को निकलना था और पांच बजे पहले स्नान शुरू हो जाना था।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि लोगों की भीड़ को देखते हुए स्नान को रद्द कर दिया गया है।
रविंद्र पुरी ने कहा कि आज जो भगदड़ मची है इसी को देखते हुए फैसला लिया गया है कि आज हम स्नान नहीं करेंगे। पूरे मेला क्षेत्र में करोड़ों श्रद्धालु आए हुए हैं। इसी को देखते हुए सभी से अपील की गई है कि आज का स्नान रद्द कर दिया जाए। अब हम अगला बसंत पंचमी का स्नान करेंगे। रविंद्र पुरी ने कहा कि हमने कल शाम तक सुचारू रूप से व्यवस्था थी। जब ज्यादा भीड़ आ जाती है तो कभी कभी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। जैसे प्रयागराज में गंगा यमुना सरस्वती का संगम होता है उसी तरह इस समय यहां इस समय पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण सभी का संगम हो रहा है। हम भी बहुत खुश थे। इस समय पूरा दक्षिण भारत प्रयागराज में है।
रविंद्र पुरी ने कहा कि यह अनहोनी होनी थी। अनहोनी को कौन टाल सकता है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि आज हम स्नान नहीं करेंगे। जो भी जाने अनजानें में मृत आत्माएं हैं उन्हें शांति मिले। हम यही मां गंगा से प्रार्थना करते हैं। रविंद्र पुरी ने कहा कि हमने ही सभी का आह्वान किया था। इसके लिए किसी पर आरोप लगाएं या जिम्मेदार बताएं यह ठीक नहीं है। हमें सभी का सहयोग करना है। हम लोगों को सभी के हित में फैसला लेना है। इसी के तहत हमने शाही स्नान रद्द किया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि संगम में न जाएं। मौनी अमावस्या पर जहां भी हैं, वहीं पर स्नान कर लें।
इससे पहले महा निर्वाणी और अटल अखाड़े को सुबह 5:00 बजे संगम नोज पर स्नान करना था। दोनों अखाड़े का जुलूस पीपा पुल पार कर चुका था, लेकिन रामघाट से वापस लौट गए। मौनी अमावस्या के शाही स्नान से ठीक पहले रात दो बजे भगदड़ मच गई। सैकड़ों लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। इससे कुछ लोगों की मौत भी हो गई है।
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