वॉशिंगटन | अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की वापसी के साथ ग्लोबल डिप्लोमेसी में बदलाव आया है। अब राष्ट्राध्यक्ष अपने रणनीतिक फायदे के लिए ट्रम्प की जी हुजूरी कर रहे हैं। उन्हें नोबेल के लिए नामांकित कर रहे हैं, निजी उपहार दे रहे हैं। ताजा उदाहरण इजराइली पीएम (Prime Minister of Israel) के बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) का है, जिन्होंने कैमरे के सामने ट्रम्प को नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) लिए नामांकन पत्र सौंपा। इससे पहले, ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर (Keir Starmer) ने उन्हें किंग चार्ल्स (King Charles) का शाही आमंत्रण पत्र दिया। कनाडा के पीएम मार्क कार्नी (Mark Carney) ने ट्रम्प की ‘व्यक्तिगत नेतृत्व’ की खुलकर प्रशंसा की। नाटो महासचिव मार्के रूटे (Mark Rutte) ने ईरान युद्ध पर ‘निर्णायक कार्रवाई’ की सराहना करते हुए ट्रम्प को निजी संदेश भेजा था।
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ऑक्सफर्ड विवि (University of Oxford) में डिप्लोमेसी स्टडीज की निदेशक योलेन्डा स्पीज कहती हैं कि अब डिप्लोमेसी परदे के पीछे नहीं, कैमरे के सामने चापलूसी से चलती है। यह सब जानबूझकर किया जा रहा है ताकि ट्रम्प को खुश कर सौदेबाजी में फायदा हासिल किया जा सके।
जेलेंस्की और रामाफोसा…. दोनों को ट्रम्प उलझने का भारी नुकसान उठाना पड़ा
- यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने फरवरी में ओवल ऑफिस में मीटिंग के दौरान ट्रम्प का विरोध किया तो दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई। इसके बाद ट्रम्प ने यूक्रेन की सैन्य सहायता रोक दी। बाद में अप्रैल में वेटिकन में हुई अगली मुलाकात में जेलेंस्की ने रणनीति बदल दी, उन्होंने ट्रम्प की तारीफ करते हुए अमेरिका के समर्थन के लिए सार्वजनिक आभार जताया। इसका असर यह हुआ कि ट्रम्प ने कुछ ही दिनों में आंशिक सैन्य सहायता बहाल कर दी।
- दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) ने 21 मई 2025 की ओवल ऑफिस (The Oval Office) में ट्रम्प से मुलाकात की। तब ट्रम्प ने अफ्रीका में श्वेत किसानों नरसंहार का मुद्दा उठाया। रामाफोसा ने आरोपों को खारिज किया तो नाराज ट्रम्प प्रशासन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए अमेरिकी सहायता में कटौती कर दी। अफ्रीकी यूनियन (African Union) से दूरी बना ली और प्रस्तावित व्यापार वार्ता को स्थगित कर दिया।
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ट्रंप नोबेल पुरस्कार के योग्य है – नेतन्याहू
- इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने 8 जुलाई को वॉशिंगटन डीसी में एक भोज में मीडिया के सामने राष्ट्रपति ट्रम्प को नोबेल अवॉर्ड के लिए एक नामांकन पत्र सौंपा। नेतन्याहू ने कहा, ‘आप इस पुरस्कार के योग्य हैं, यह आपको मिलना चाहिए।’
- 21 जून 2025 को पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार (Ishaq Dar) ने भी ट्रम्प को नोबेल देने की मांग की थी।
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मस्क का हमलाः एपीस्टीन फाइल्स को उजागर करना मेरी पार्टी की प्राथमिकता
इलॉन मस्क (Elon Musk) ने फिर एपीस्टीन फाइल्स (Epstein files) का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी नई राजनीतिक पार्टी ‘अमेरिका पार्टी’ की सबसे बड़ी प्राथमिकता एपीस्टीन से जुड़ी सेक्स कांड की फाइलों को सार्वजनिक करना होगी। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘अगर ट्रम्प एपीस्टीन फाइल्स जारी नहीं करते, तो लोग उन पर विश्वास कैसे करें ?’ एक यूजर ने पूछा कि क्या यह मुद्दा उनकी पार्टी की शीर्ष प्राथमिकताओं में से है ? इस पर मस्क ने इमोजी के साथ सहमति जताई। मस्क ने एपीस्टीन फाइल्स में ट्रम्प के नाम होने का दावा किया था, लेकिन 5 जून को वह पोस्ट डिलीट कर दी थी।
New America Diplomacy on Trump Rule: अमेरिका में अब मॉडर्न डिप्लोमेसी यानी राष्ट्रपति ट्रम्प की जी हुजूरी
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