ईस्टर के अगले दिन ईसाइयों के धर्म गुरु पोप फ्रांसिस का निधन सोमवार को सुबह 7:35 बजे हुआ। मौत की वजह हार्ट अटैक व ब्रेन स्टोक बताई जा रही है। फरवरी में भी वे गंभीर बीमार हुए थे। 1300 वर्षों के क्रिश्चन इतिहास में वह पहले गैर यूरोपीय पोप थे
- बाउंसर से पोप तक का सफर: अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में जन्मे पोप के माता- पिता आप्रवासी के रूप में इटली आए थे। फिर यहीं बस गए। उनका वास्तविक नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था। पादरी बनने से पहले पोप फ्रांसिस अर्जेंटीना के एक नाइट क्लब में बाउंसर थे। उन्होंने एक केमिकल लैब में भी काम किया। अर्जेंटीना के कॉलेज में साहित्य व मनोविज्ञान के शिक्षक भी रहे। 21 की उम्र में जेसुइट समुदाय में शामिल हुए थे। बाद में उन्हें ब्यूनस आयर्स में पादरी बनाया गया। 2001 में पोप जॉन पॉल द्वितीय ने उन्हें कार्डिनल बनाया। 2013 में 266वें पोप की उपाधि दी गई।
- प्रेरक व्यक्तित्व : सादगी पोप होने के नाते उन्हें भव्य अपोस्टोलिक पैलेस में रहना था। उन्होंने पैलेस को ठुकरा कर साधारण गेस्ट हाउस चुना।
- सरलः नए पोप को ‘रिंग ऑफ द फिशरमैन’ पहनाते हैं। सोने की यह रिंग शक्ति का प्रतीक है। पोप ‘ने सोने के बजाय चांदी की अंगूठी को महत्व दिया।
- जमीन से जुड़े: आर्कबिशप होते हुए कभी महंगी कारों में नहीं बैठे। पब्लिक बस व मेट्रो में सफर करते थे। पोप बनने के बाद भी बस में सफर किया।
- सहजः परंपरा के अनुसार ईस्टर से पहले पोप गरीबों के पैर धोते हैं। 2024 में पोप ने रोम की जेल में महिलाओं के पैर धोए थे। ऐसा पहली बार हुआ।
- दरियादिलः 2013 में रोम के बिशप चुने जाने के बाद पोप रात में रोम की सड़कों पर दान देने और गरीबों की मदद करने के लिए निकलते थे।
शीर्ष नेताओं से रिश्ते
- बाइडेन से 90 मिनट मुलाकातः पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का पोप के साथ रिश्ता सबसे गहरा रहा। 2015 में बेटे ब्यू बाइडेन की मौत के बाद पोप ने बाइडेन परिवार को सांत्वना दी थी। 2021 में दोनों की मुलाकात १० मिनट चली, जो किसी भी राष्ट्रपति व पोप के बीच असाधारण मानी जाती है।
- ट्रम्प से मतभेदः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व पोप के बीच 2016 से टकराव रहा है। ट्रम्प ने उन्हें कमजोर बताते हुए कहा था कि वे आईएसआईएस के लिए वेटिकन को खुला छोड़ रहे हैं। ट्रम्प की दीवार बनाने की योजना पर पोप ने कहा था, ‘दीवारें बनाने वाले खुद ही उनके कैदी बन जाते हैं।’
- भारत में तीन दिन शोक: पोप के निधन पर दुनियाभर में शोक है। प्रधानमंत्री मोदी समेत कई विश्व नेताओं ने दुख जताया है। इधर, गृह मंत्रालय ने पोप के निधन पर सम्मान के तौर पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
Pope Francis Death Latest News : कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 साल की उम्र में निधन।
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