Who is Usha Vance: आइए जानते है USA के नए उपराष्ट्रपति की पत्नी भारतवंशी Usha Vance के बारे में।
America (USA) के नए उपराष्ट्रपति JD Vance की भारतवंशी पत्नी Usha Vance कानून की दुनिया में मशहूर वकील की पहचान भी रखती हैं। उषा कुशल वक्ता हैं और स्कूल में बांसुरी भी बजाती थीं। हिंदू रीति-रिवाज और शाकाहार की इतनी बड़ी प्रशंसक हैं कि अपने पति को भी शाकाहारी बना दिया। खुद ट्रंप ने जिन्हें जेडी वेंस से भी ज्यादा काबिल बताया, वह वही उषा चिलुकुरी वेंस हैं।
जेडी वेंस को जुलाई 2024 में डोनाल्ड ट्रंप ने अपना उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी घोषित किया, तो सबकी निगाहें उनकी पत्नी भारतीय मूल की उषा चिलुकुरी वेंस पर थीं, जिनके बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद कहा कि वह जेडी वेंस से भी ज्यादा होशियार हैं। उषा अमेरिका की द्वितीय महिला बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी, पहली हिंदू और पहली एशियाई अमेरिकी शख्सियत बन गई हैं। ये उपलब्धियां तो उन्हें जेडी वेंस की पत्नी होने पर स्वत: ही हासिल हो गई हैं, लेकिन उषा की खुद की भी पहचान और व्यक्तित्व है। वह हिंदू परिवार में पैदा हुईं, लेकिन एक ईसाई धर्म में शादी करने के बावजूद उन्होंने अपनी संस्कृति और धर्म को नहीं छोड़ा। मीडिया में और सार्वजनिक मंचों पर भी वह कहती आई हैं, ‘मुझे हिंदू होने पर गर्व है। मेरे माता-पिता के दिए संस्कार ही मेरी प्रेरणा हैं।’
शुरुआत
बीती छह जनवरी को अपना 39वां जन्मदिन मनाने वाली उषा का जन्म 1986 में कैलिफोर्निया के सैन डिएगो काउंटी में हुआ था। उनके बचपन का नाम उषा बाला चिलुकुरी था। उनके पिता राधाकृष्णन और मां लक्ष्मी सत्तर के दशक में आंध्र प्रदेश से अमेरिका जाकर बस गए और वहां की नागरिकता हासिल कर ली। उषा ने माउंट कार्मल हाईस्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से इतिहास में बीए व कानून में डॉक्टरेट, तो कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से आधुनिक इतिहास में एमफिल किया है।
वकील और संपादक
उषा ने कानून की डिग्री हासिल करने के बाद 2013 से 2018 के बीच कई जजों के लिए बतौर क्लर्क काम किया और बाद में यूएस लॉ फर्म मुंगेर, टोल्स एंड ओल्सन एलएलपी में नामी वकील बन गईं। उन्होंने अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट के साथ भी काम किया है। जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उन्होंने सक्रिय वकालत छोड़ने का निर्णय लिया। उषा ‘येल जर्नल ऑफ लॉ एंड टेक्नोलॉजी’ की प्रबंध संपादक, ‘द येल लॉ जर्नल’ की कार्यकारी विकास संपादक रह चुकी हैं। उषा ने वर्ष 2014 में डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्यता भी ली थी, लेकिन बाद में वह रिपब्लिकन बन गईं।
जेडी वेंस से पहली मुलाकात
उषा और जेडी वेंस की मुलाकात येल यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई के दौरान हुई थी। दोनों को कानून का पाठ पढ़ाने वाली और विवादित पुस्तक बैटल हाइमन ऑफ द टाइगर मदर की लेखिका एमी चुआ ने उषा और जेडी की जोड़ी को ‘बिल्कुल विपरीत’ बताया था। दोनों ने वर्ष 2014 में हिंदू और ईसाई रीति-रिवाज से शादी की। उनके दो बेटे इवान, विवेक और एक बेटी मीराबेल है। उषा हिंदू धर्म का पालन करती हैं। जेडी वेंस की आत्मकथा हिलीबिली एलेगी, जो वर्ष 2016 की बेस्ट सेलर पुस्तकों में रही, को लिखने के लिए उषा ने ही उन्हें प्रेरित किया था। इस किताब के आधार पर 2020 में रॉन हावर्ड ने फिल्म बनाई थी, जिसमें उषा का किरदार स्लमडॉग मिलेनियर फिल्म की भारतीय अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो ने निभाया था।
गीता की अंग्रेजी व्याख्या
उषा का पूरा परिवार पढ़ा-लिखा है। उषा के दादा रामा शास्त्री आईआईटी, मद्रास में भौतिकी के प्रोफेसर थे, तो 96 साल की दादी शांतम्मा चिलुकुरी अब भी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से दूर कॉलेज में भौतिकी पढ़ाने जाती हैं। दादी ने श्रीमद्भगवद्गीता की अंग्रेजी व्याख्या भी की है। पिता राधाकृष्णन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई आईआईटी, मद्रास से ही की, तो मां लक्ष्मी मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट हैं। उनकी एक बहन श्रेया हैं। अमेरिका जाकर भी उषा के परिवार ने अपने संस्कारों और धर्म को नहीं छोड़ा।
कुशल वक्ता; पहनावे का भी रखती हैं ख्याल
उषा के स्कूल के साथी बताते हैं कि उनके अंदर बचपन से ही नेतृत्व करने की क्षमता है। चाहे स्कूल के कार्यक्रम में बैंड में बांसुरी बजाकर उसकी अगुवाई करना हो या फिर भाषण देना। वह हर काम बड़ी चतुराई के साथ करती हैं। उषा अपने पहनावे का भी विशेष ध्यान रखती हैं। 20 जनवरी को हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में उषा ने भारतीय डिजाइनर गौरव गुप्ता द्वारा डिजाइन किया गया परिधान पहना था, जो अलग ही आकर्षण का केंद्र था। उनके इस पहनावे पर अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबारों और पत्रिकाओं में विशेष लेख तक लिखे गए।
जेडी वेंस को बनाया शाकाहारी
उषा चिलुकुरी शाकाहारी हैं। उनसे प्रभावित होकर जेडी वेंस ने भी शाकाहार को अपना लिया और उषा की मां लक्ष्मी से भारतीय खाना बनाना भी सीखा। उषा समाजसेवा भी करती हैं। वह वाशिंगटन नेशन ऑपेरा में ट्रस्टी हैं। इससे पहले वह गेट्स कैंब्रिज एलुमनी एसोसिएशन के बोर्ड में और सिनसिनाटी सिंफनी ऑर्केस्ट्रा की बोर्ड के सचिव के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं।
आंध्र प्रदेश से जुड़ाव
उषा के भारत और अमेरिका में रहने वाले परिजन व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े हुए हैं। जब जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया गया, तो भारत समेत हर जगह से उषा और उनके माता-पिता को बधाई संदेश मिले। साथ ही, आंध्र प्रदेश में उषा के पैतृक गांव वद्दुरू में इसकी खुशी मनाई गई थी।
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