Mamta Kulkarni News : Prayagraj Mahakumbh में ममता कुलकर्णी बनीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर, मिला नया नाम।

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Mamta Kulkarni News : Prayagraj Mahakumbh में ममता कुलकर्णी बनीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर, मिला नया नाम।

Bollywood Actress Mamta Kulkarni लंबे समय तक विवादों में रहीं. कई साल बाद वह भारत भी लौटी हैं. जब वह देश में आईं तो सबको लग रहा था कि वह फिल्मों में वापसी करेंगी. लेकिन एक्ट्रेस ने नई राह पकड़ी हैं। वह mahakumbh में संन्यासी बन गई हैं. उन्होंने फैसला लिया है कि वह Kinnar Akhada महामंडलेश्वर बन गयी हैं. 24 जनवरी की शाम Mamta Kulkarni संगम पर पिंडदान किया और इस नए रास्ते की शुरुआत की.

Mamta Kulkarni 52 साल की हो गई हैं. एक्ट्रेस 25 साल बाद भारत लौटी हैं. दिसंबर 2024 में ही उन्हें एयरपोर्ट पर सालों बाद देखा गया. इसके बाद उन्होंने कई इंटरव्यूज दिए आप अपने अतीत पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने तब साफ किया था कि वह करियर में अब फिल्मों में वापसी नहीं करेंगी.
Mamta Kulkarni का नया नाम
Mahakumbh पहुंचीं Mamta Kulkarni ने संगम तट पर अपने हाथों से पिंडदान किया. शाम को ममता का पट्टाभिषेक होगा. बता दें, ममता कुलकर्णी को अब यमाई ममता नंद गिरि के नाम से जाना जाएगा. Juna Akhada की आचार्य Laxmi Narayan Tripathi ने Mamta Kulkarni को दीक्षा दी. अभिनेत्री Mahakumbh में किन्नर अखाड़े में रह रही हैं.
पिंडदान करने के बाद ममता कुलकर्णी ने मीडिया से भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि आज का दिन गुरुओं ने चुना. मैंने कुछ नहीं किया. ये सब ऊपरवाले की कृपा है. महादेव और महाकाली का आदेश था।
90 दशक में चलता था सिक्का
Mamta Kulkarni Bollywood का हिट नाम रही हैं जिन्होंने कई Super Star के साथ स्क्रीन शेयर की. लेकिन फिर उनका नाम कई विवादों से जुड़ गया और वह सालों तक विदेश में भी रही. आखिरी बार वह 2003 में एक बांग्लादेशी फिल्म में नजर आई थीं.

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सामने आई फोटोज
अब Mamta Kulkarni ने एक बार फिर सभी का ध्यान खींचा हैं. उन्होंने Mahakumbh में किन्नर आखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज और जूना अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी जय अम्बानंद गिरी से मुलाकात की और ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं।
कैसे बनते हैं अखाड़ों में महामंडलेश्वर?
महामंडलेश्वर का पद न सिर्फ बड़ा बल्कि बड़ी जिम्मेदारी से भरा होता है. इसे बनने के लिए शास्त्री और आचार्य बनना होता है. जब महामंडलेश्वर का चयन होता है तो उन्हें संत की दीक्षा दी जाती है. उन्हें संन्यासी जीवन जीना होता है. ये प्रक्रिया काफी कठिन होती है. उनका पिंडदान उन्हीं के द्वारा कराया जाता है.
भगवा रूप में नजर आईं
Instagram पर Mamta Kulkarni की ढेर सारी फोटोज और वीडियोज भी देखने को मिलीं. जहां वह भगवा चोला पहने दिखीं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि Mahakumbh में आना उनके लिए यादगार पल रहा है. ये उनका सौभाग्य है कि वह इस पवित्र बेला में शामिल हुईं.

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