What is Non Convertible Debenture (NCD) ? : नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) निश्चित आय वाले साधन हैं
नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) निश्चित आय वाले साधन हैं जो आमतौर पर उच्च- रेटेड कंपनियों द्वारा लॉन्ग टर्म कैपिटल जुटाने के लिए पब्लिक इश्यू के रूप में जारी किए जाते हैं। बीते कुछ वर्षों में एनसीडी के जरिए निवेश में काफी उछाल आया है। कई कंपनियों ने बाजार में अपने एनसीडी लॉन्च किए हैं। एनसीडी एक प्रकार के कर्ज (डेट) साधन हैं जिन्हें इक्विटी या स्टॉक में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है। बड़ी कंपनियां एनसीडी के जरिए सीधे जनता से कर्ज लेती हैं। यानी जब आप एनसीडी में पैसा लगाते हैं तो आप किसी कंपनी या बड़े ऑर्गेनाइजेशन को सीधे पैसा उधार देते हैं। इसके बदले कंपनी आपको एक टोकन देती है जिसमें आपके पैसे पर मिलने वाली ब्याज दर लिखी रहती है।
पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन के लिए एनसीडी एक अच्छा निवेश साधन
नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर म निवेश के कई फायदे हैं, जैसे कि निश्चित आय, पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन का मौका, उच्च रिटर्न, टैक्स बेनिफिट, लिक्विडिटी और क्रेडिट रेटिंग की जानकारी, जो निवेशकों को जोखिम को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करती है। एनसीडी में इन्वेस्ट करने से आपको बेहतर रिटर्न हासिल करने में मदद मिलती है। आपके पैसे की तरलता बरकरार रहता है यानी ये किसी लंबी अवधि के लिए लॉक नहीं होता ।
एनसीडी कम जोखिम वाला इंस्ट्रूमेंट होता है और कन्वर्टिबल डिबेंचर की तुलना में टैक्स बेनिफिट प्रदान करता है। एनसीडी इस मामले में भी काफी बेहतर होता है कि आप इसे स्टॉक मार्केट में बेच भी सकते हैं। एनसीडी में निवेश करके आप किसी कंपनी के शेयरधारक के बजाय निवेशक कहलाते हैं। कंपनी के मुनाफे में निवेशकों को शेयरधारकों की तुलना में प्राथमिकता दी जाती है। टैक्स फ्री एनसीडी से अर्जित ब्याज पर कोई टीडीएस नहीं काटा जाता।
सिक्योर्ड एनसीडी
सिक्योर्ड एनसीडी जारीकर्ता कंपनी की एसेट की गारंटी से सुरक्षित रहते हैं। यदि कंपनी ब्याज का भुगतान करने और मूल राशि का रीपेमेंट करने में असफल रहती है तो निवेशक परिसमापन प्रक्रिया के माध्यम से भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह की बैकिंग इन्वेस्टर को इन्वेस्टमेंट सुरक्षा प्रदान करती है और यह सुनिश्चित करती है कि उनकी मूलधन राशि सुरक्षित है।
एनसीडी कैसे खरीदें?
जो कंपनी जनता से एनसीडी के जरिए कर्ज लेना चाहती है वह एक निर्धारित अवधि कें लिए अपने एनसीडी का पब्लिक इश्यू शुरू करती है। कंपनी द्वारा निर्धारित अवधि के बाद एनसीडी को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट जाता है। स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने के बाद, कोई भी व्यक्ति रजिस्टर्ड ब्रोकर्स या स्टॉक एक्सचेंज तक पहुंच रखने वाले किसी अन्य माध्यम से एनसीडी में निवेश कर सकता है।
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